टीम स्प्रीट से मेडिकल टीम के काम करने से आ रहे है अच्छे परिणाम : डॉ. सिंह
शाहपुरा(मूलचन्द पेसवानी)। कोविड 19 उन्मूलन कार्यक्रम के भीलवाड़ा जिला प्रभारी डॉ. रोमिल सिंह ने बुधवार को शाहपुरा पहुंच कर यहां स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा कोरोना उन्मूलन के लिए चलाये गये डोर टू डोर सर्वे का निरीक्षण किया। उन्होंने सेटेलाइट चिकित्सालय पहुंच कर भी वहां की व्यवस्थाओं को देखा और संतोष जताया। डॉ. सिंह के साथ रेपिड रेस्पोंस टीम उदयपुर के टीम लीडर डॉ. हेमंत महावर, रेपिड रेस्पोंस टीम उदयपुर के पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट डॉ. महेश उपाध्याय, आरसीएच अधिकारी डॉ. सीपी गोस्वामी, डीटीओ डॉ. प्रकाश शर्मा भी थे।
आज शाहपुरा नगर व ग्रामीण क्षेत्र में सीएमएचओ डॉ. मुश्ताक खां के निर्देश पर डीटीओ डॉ. प्रकाश शर्मा की अगुवाई में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की 105 टीमों ने सर्वे किया। इन टीमों ने शहरी क्षेत्र सभी 25 वार्डो में 94 टीमों ने 5146 घरों में पहुंच कर सर्वे किया जिसमें सर्दी खांसी व बुखार के 41 जने पाये गये जिनको सेटेलाइट चिकित्सालय में दिखाने को कहा गया है। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र दौलतपुरा, प्रतापपुरा, डाबला कचरा, अरनिया रासा में 11 टीमों ने 1245 घरों में सर्वे किया जिसमें 17 जने सर्दी खांसी व बुखार के पाये गये जिनको भी सेटेलाइट चिकित्सालय में दिखाने को कहा गया है। इसी प्रकार शाहपुरा नगर में 46 जनों को तथा ग्रामीण क्षेत्र में 17 जनों को होम आइसोलेट कर रखा है उनका भी सर्वे किया गया। सर्वे के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने सभी को घरो में रहने, साफ सफाई करने, हाथ धोने, मुँह ओर नाक को कवर करने, सर्दी खासी बुखार होने पर चिकिसक को दिखाने के बारे में बताया।
कोविड 19 उन्मूलन कार्यक्रम के भीलवाड़ा जिला प्रभारी डॉ. रोमिल सिंह ने ब्लाॅक सीएमओ कार्यालय में बातचीत करते हुए बताया कि शाहपुरा के एक युवक का बांगड़ हास्पिटल से कांटेक्ट होने के कारण आज यहां का दोबारा सर्वे किया गया। 30 हजार की आबादी वाले शहर में सभी वार्डो के 5146 घरों में सर्वे किया है। आज सेटेलाइट चिकित्सालय को भी देखा वहां पर सोशल डिस्टेंस के आधार पर मरीजों का परीक्षण कर उपचार किया जा रहा है, वहां की व्यवस्थाओं को अच्छा कहा जा सकता है सभी प्रकार की सुविधाएं माकूल है, इसकी रिपोर्ट वो स्टेट मुख्यालय को भी भेजेंगें। शाहपुरा में चिकित्सकों व मेलनर्स टीम स्प्रीट से कार्य कर रही है।
डॉ. सिंह ने बताया कि भीलवाड़ा जिले में जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट की अगुवाई में प्रशासन, पुलिस व चिकित्सकों के सम्मिलित प्रयासों से संक्रमित मरीज के सामने आते ही कफ्र्यू लगाकर मरीजों को चिन्हित कर उनको क्वारंटीन व होम आइसोलेट किया गया जिसके अच्छे परिणाम सामने आये है। भीलवाड़ा शहर में चार बार सर्वे कराया गया है। ग्रामीण क्षेत्र में भी दो बार सर्वे कराया जा चुका है। भीलवाड़ा में हमने एक एक व्यक्ति को चिन्हित कर उसे उपचार मुहैया कराया जिसके कारण सक्रमण को फैलने से रोका जा सका है, अभी भी लोगों को लोक डाउन का पालन करना होगा तथा सोशल डिस्टेंस को बनाये रखना होगा ताकि भीलवाड़ा जिले में सक्रमण के फैलाव को बढ़ने नहीं दिया जाए।
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