पुंछ गुरुद्वारे पर पाकिस्तान के कायराना हमले का सिख समाज ने किया विरोध
अजमेर (अजमेर मुस्कान)। पाकिस्तानी सेना ने जम्मू के पुंछ के पवित्र गुरुद्वारे पर 7 मई को कायराना हमला किया है, अजमेर का समस्त सिख समाज इस हमले की निंदा एवं शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए अलवरगेट के पवित्र गुरुद्वारे पर रविवार को एक श्रद्धांजलि सभा में एकत्रित हुआ ।
सभा में अजमेर के समस्त सिख समाज के प्रतिनिधि शामिल हुए । इस सभा में पुंछ गुरुद्वारे पर हुए हमले की पुरजोर भर्त्सना करने के साथ-साथ वहां पर हुए शहीद मृतकों को श्रद्धांजलि भी दी गई ।
दिलीप सिंह छाबड़ा ने बताया कि हम सभी मृतक गुरसिखों के परिवारों के साथ एक जुटता के साथ खड़े है और दिवंगतों की शांति और उनके दोस्तों और प्रियजनों के लिए साहस की प्रार्थना करता है। उन्होंने कहा कि वह मांग करते हैं कि शहीदों को उनके बलिदान के लिए सम्मानित किया जाए और शोक संतप्त परिवारों को उनके दुख की घड़ी में सहारा देने के लिए पर्याप्त मुआवजा दिया जाए ।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सेना का यह कायराना हमला है जिसमें कई निर्दोष सिख मारे गए। सारा सिख समाज मृतकों के परिवारों के साथ है, सिख हमेशा से देश की तलवार रहे हैं और रहेंगे। हम अपने सशस्त्र बलों के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं। हमारा देश शांति के लिए खड़ा है, अगर हमारे सम्मान को दुश्मन द्वारा चुनौती दी जाती है, तो हमें अपने देशभक्ति के कर्तव्यों को पूरा करने के लिए कोई रोक नहीं सकता ।
छाबड़ा ने कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा के नजदीक एक गुरुद्वारा साहिब पर हमला किया है। इस हमले में अमरीक सिंह (गुरुद्वारे में रागी भाई) सहित अमरजीत सिंह, रंजीत सिंह और रूबी कौर मारे गए हैं। गुरु साहिब से प्रार्थना है कि वे मरने वाले आत्माओं को अपने चरणों में स्थान दें और परिवारों को इस भयंकर पीड़ा सहने की शक्ति दे। उन्होंने कहा कि उस पवित्र स्थान पर, जहां रोजाना सबके भले के लिए अरदास की जाती है। आम नागरिकों और धार्मिक स्थानों को निशाना बनाना अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानवीय मूल्यों का उल्लंघन है
अलवर गेट के पवित्र गुरुद्वारे पर श्रद्धांजलि सभा हुई जिसमें गुरुद्वारा आशागंज से गुरमीत सिंह, रावण की बगीची भगवान सिंह , अमर सिंह , गंज गुरुद्वारे से दिलीप सिह छाबडा हाथीभाटा से अमरजित सिंह छाबडा , धोलाभाटा से त्रिलोक सिंह जी ,अलवर गेट गुरुद्वारे के प्रधान गुरुचरण सिंह जी , अमित सिंह , परविंदर सिह, राम गंज से बलबीर सिंह हुन्जन, सोखी, एच एम टी से सेवादार गुरमित सिंह ने भी श्रद्धांजलि दी ।
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