अजमेर (अजमेर मुस्कान) । अजमेर स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना अन्तर्गत कोविड-19 से बचाव के लिए जन-जागरूकता एवं पंचायतीराज संस्थाओ की भूमिका पर जिला परिषद् सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गजेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि कार्यशाला में जिला सन्दर्भ प्रशिक्षणार्थियों को कोविड-19 से बचाव के लिए जागरूकता, एनएलओबी मे शेष रहें शौचालयों के निर्माण, ग्राम पंचायतों में स्वीकृत सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण समय पर करवाने हेतु प्रेरित किया गया। उन्होंने बताया कि राज्य सन्दर्भ व्यक्ति श्री आनन्द शर्मा ने स्वच्छता कि अवधारणा, ठोस एवं तरल संसाधन प्रबन्धन ग्रामीण परिवेश में स्वच्छता का महत्व के बारे में जानकारी दी। ठोस एवं तरल कचरा प्रबन्धन की कार्य योजना के बारे में बताया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला सन्दर्भ व्यक्ति विष्णु कवंर ने कोविड-19 माहमारी एवं इससे बचाव एवं कोविड के दौरान स्वच्छाग्रहीयों के कार्य, निर्मित शौचालयों का उपयोग, कचरे का निस्तारण एवं ग्राम में निगरानी समिति की भूमिका, ग्राम पंचायत की भूमिका एवं आगामी कार्य योजना के बारे में बताया।
अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकरी मुरारी लाल वर्मा ने कोविड-19 एवं स्वच्छता कार्यक्रम में जिला सन्दर्भ व्यक्ति एव ग्रामीण जन व ग्राम पंचायत की भूमिका के बारे में बताया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के जिला परियोजना समन्वयक वाले विजेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि सन्दर्भ व्यक्तियों द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत में 150 व्यक्तियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। मिशन अन्तर्गत ओडीएफ सर्वे के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम मे जिला समन्वयक दिनेश कुमार वर्मा ने सामुदायिक शौचालय निर्माण उपयोगिता एवं शौचालय के रख-रखाव के बारे में बताया। जिला स्तर पर दिनांक 17-20 अगस्त 2020 तक जिले की समस्त पंचायत समितियों से कुल 130 जिला सन्दर्भ व्यक्तियों का प्रशिक्षण दिया गया। ये ग्राम पंचायत स्तर पर ग्रामीण जन को कोविड-19 एवं स्वच्छता के बारे मे प्रशिक्षण देकर जन समुदाय को प्रेरित करने कार्य करेगें। प्रशिक्षण में सहायक अभियंता शलभ टंडन ने भी कोविड-19 जागरूकता एवं बचाव के बारे में बताया। समस्त प्रशिक्षणार्थियों ने कोविड-19 से बचाव की की शपथ ली।
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