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निबन्ध लेखन कार्यक्रम 2020 : हिन्दी एवं अंग्रेजी में लिखे जा सकते है निबन्ध

14 विजेताओं को मिलेंगे 10 हजार से 75 हजार तक के पुरस्कार


अजमेर (अजमेर मुस्कान) । संयुक्त राष्ट्र जन सूचना केन्द्र भारत एवं भूटान, श्री रामचन्द्र मिशन तथा हार्टफुलनेस एज्यूकेशन ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में निबन्ध लेखन कार्यक्रम 2020 का आयोजन किया जा रहा है। इसके 14 विजेताओं को 10 हजार से 75 हजार रूपये तक के नगद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।


मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी देवी सिंह कच्छावा ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र जन सूचना के भारत एवं भूटान केन्द्र द्वारा श्री रामचन्द्र मिशन एवं हार्टफुलनेस एज्यूकेशन ट्रस्ट के साथ मिलकर शिक्षण संस्थानों में निबन्ध लेखन कार्यक्रम 2020 का आयोजन किया जा रहा है। इसमें दो श्रेणियां रखी गई है। कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थी श्रेणी एक भाग लेंगे। इसके लिए शब्द सीमा 500 निर्धारित की गई है। इसका विषय हार्टफुलनेस के वैश्विक मार्गदर्शक दाजी का कथन “वैचारिक प्रदूषण- सभी बुराईयों का मूल कारण“ रखा गया है। इस निबन्ध लेखन प्रतियोगिता में श्रेणी 2 के अन्तर्गत स्नातक एवं परास्नातक के विद्यार्थी 750 शब्दों में अपने विचार व्यक्त कर सकते है। इस श्रेणी के लिए नोबल पुरस्कार विजेता श्री अमत्र्य सेन का कथन “गरीबी केवल धन का अभाव ही नही है“ विषय रखा गया है। विद्यार्थी हिन्दी अथवा अंग्रेजी में अपने विचार व्यक्त कर सकते है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी श्री रामचन्द मिशन के केन्द्रीय समन्वयक शैलेष गौड (8619221066) से प्राप्त की जा सकती है।


उन्होंने बताया शिक्षा संस्थान को यंग हार्टस् की वैबसाइट www.younghearts.org में दिये गये लिंक पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन के उपरान्त संस्थान को एक यूनिक कोड जारी होगा। इसी के उपयोग से विद्यार्थियों के निबंध सबमिट होगे। निबन्ध ए-4 साइज के कागज पर हस्तलिखित अथवा फोन्ट साइज 12 में कम्प्यूटर टाइप किए हुए होने चाहिए। निबंध का प्रथम पृष्ठ पार्टीसिपेंट इन्फोरमेंशन शीट का होगा। शीट एवं निबंध की एक पीडीएफ फाईल अधिकतम 3 एमबी की बनानी होगी। प्रतिभागियों द्वारा प्रत्येक पृष्ठ पर हस्ताक्षर करने होंगे। अंतिम पृष्ठ पर प्रतिभागी द्वारा शब्द संख्या लिखी जाएगी। निबंध में केवल टेक्स्ट का ही उपयोग करना होगा। निबंध का उद्देश्य विद्यार्थियों में मौलिकता को बढ़ावा देना है। विद्यार्थी विद्यालय के यूनिक कोड का उपयोग करके अपना निबन्ध अपलोड करेंगे।


उन्होंने बताया कि प्रतिभागी द्वारा अपनी शिक्षा संस्थान के यूनिक कोड का उपयोग करके ऑनलाइन वेबसाइट पर निबंध अपलोड करने की अंतिम तिथि 19 सितम्बर निर्धारित की गई है। अपलोड किए गए निबंधों में से संस्था द्वारा मूल्यांकन के बाद सर्वश्रेष्ठ पांच निबंधों का चुनाव 30 सितम्बर तक ऑनलाइन किया जाएगा। मूल्यांकनकर्ता ऑनलाइन पासवर्ड से वैबसाइट खोलकर अपने विद्यार्थियों के निबंधों की जांच करेंगे। उनमें से सर्वश्रेष्ठ पांच निबंधों का चुनाव ऑनलाइन ही करके एक से पांच का क्रम निर्धारित होगा।


उन्होंने बताया कि शिक्षण संस्थान द्वारा प्रत्येक भाषा में सर्वश्रेष्ठ 5 निबंधों का चुनाव ऑन लाइन किया जाएगा। इसके लिए संस्थान द्वारा मूल्यांकनकर्ताओं को नियुक्त किया जाएगा। ये मूल्यांकनकर्ता विद्यार्थियों से निबंध वैबसाइट पर प्राप्त कर सर्वश्रेष्ठ 5 निबंधों का चुनाव करेंगे। मूल्यांकन में परिचय एवं व्याख्या के 10 प्रतिशत, रूपरेखा एवं प्रवाह के 10 प्रतिशत, भाषा के 10 प्रतिशत, रचनात्मकता एवं मौलिकता के 40 प्रतिशत, प्रासंगिकता के 10 प्रतिशत, खोजबीन एवं विवरण पर ध्यान देने के 10 प्रतिशत तथा उपसंहार के 10 प्रतिशत मापदण्ड उपयोग होंगे।


उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार के चार विजेता संस्थाओं को हीरक पुरस्कार के रूप में 75-75 हजार रूपये प्रदान किए जाएंगे। इसी प्रकार 4 द्वितीय पुरस्कार विजेता संस्थाओं को प्लेटिनम पुरस्कार के 50-50 हजार रूपये, 4 तृतीय पुरस्कार विजेता संस्थाओं को स्वर्ण पुरस्कार 25-25 हजार रूपये तथा प्रत्येक श्रेणी में सर्वोच्च भागीदारी वाली दो संस्थाओं को 10-10 हजार रूपये के प्रशंसनीय पहल पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। प्रत्येक श्रेणी में भाग लेने वाले दस प्रतिभागियों को राष्ट्रीय स्तर पर, 10 प्रतिभागियों को राज्य स्तर पर भी पुरस्कृत किया जाएगा। संस्था द्वारा चुने गए निबंधों को मेरिट प्रमाण पत्र एवं समस्त प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र दिए जाएगें। परिणाम की घोषणा दिसम्बर माह में की जाएगी l


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