सम्राट पृथ्वीराज चौहान का जयंती समारोह
अजमेर (अजमेर मुस्कान)। राजस्थान धरोहर एवं प्रन्नोती प्राधिकरण के पूर्व सदस्य कंवल प्रकाश किशनानी ने सम्राट पृथ्वीराज चौहान के शौर्य एवं पराक्रम से मेरे जीवन को याद करते हुए कहां है कि युवा पीढ़ी इससे प्रेरणा लेते हुए सुनहरे भारत का निर्माण करें।
कुन्दन नगर स्थित राजपूत छात्रावास के हिलव्यूह टेनिस एकेडमी पर आयोजित तीन दिवसीय सम्राट पृथ्वीराज चौहान स्मृति टेनिस प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में किशनानी ने उक्त उद्बोधन दिया है। उन्होने कहां कि इतिहास पुरूष सम्राट पृथ्वीराज हम सभी के आदर्श है। उन्होने जीवन पर्यत्न विदेशी आक्रांताओं से युद्ध कर देश की सीमाओं की रक्षार्थ अपना जीवन बलिदान कर दिया।
सम्राट पृथ्वीराज चौहान की 859वीं जयंती के 10 दिवसीय कार्यक्रम के अन्तर्गत यह प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। इस अवसर पर समारोह के अध्यक्ष राजपूत छात्रावास प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सुमेरसिंह शेखावत ने कहां कि इस परिसर में खेलकूद प्रतियोगिता के माध्यम से युवा पीढ़ी इतिहास पुरूष के जीवन को आत्मसात करेगी। सचिव रणजीत सिंह आयोजन समिति सदस्य रेखा गोयल, उद्योगपति राजेश गोयल ने भी विचार व्यक्त किए।
आयोजन सचिव अर्न्तराष्ट्रीय टेनिस खिलाड़ी एवं प्रशिक्षक भरत सिंह चौहान ने सभी खिलाड़ियों एवं उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करे हुए कहा कि यह प्रतियोगिता पृथ्वीराज चौहान जयंती समारोह की पहचान बन चुकी है। प्रतिवर्ष इसमें सब जूनियर, यूनियर यूथ, सीनियर पुरूष एवं महिला वर्ग की प्रति स्पर्द्धाओं के साथ-साथ वरिष्ठजन भी भाग ले रहे है। प्रतियोगिता नॉक आउट आधार पर खेली जा रही है।
समारोह समिति के खेल प्रभारी विनीत लोहिया के अनुसार इस तीन दिवसीय प्रतियोगिता में सभी वर्गों के विजेता एवं उपविजेताओं को 24 मई को तारागढ़ तलहटी स्थित सम्राट पृथ्वीराज चौहान स्मारक पर पुरस्कृत किया जाएगा। उक्त जयंती समारोह के अन्तर्गत 21 से 23 सम्राट पृथ्वीराज चौहान स्टेडियम चन्द्रवरदाई नगर में हॉकी प्रतियोगिता तथा 23 मई को डॉ. भीमराव अम्बेडकर सर्कल (बस स्टेण्ड के पास) से प्रातः 6 बजे मैराथन दौड़ का आयोजन किया जाएगा। अतः में उपस्थित जन समूह एवं अतिथियों का धन्यवाद करते हुए अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
इन सभी कार्यक्रमों के लिए अजमेर विकास प्राधिकरण, नगर निगम, पर्यटन विभाग, भारत विकास परिषद, महर्षि दयानंद सरस्वती पृथ्वीराज चौहान शोध संस्थान, भारतीय इतिहास संकलन समिति सहित अन्य संस्थाएं अपना सहयोग दे रही है।
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