अजमेर (अजमेर मुस्कान)। जिला कलक्टर लोकबंधु की अध्यक्षता में गुरुवार को अंत्योदय शिविरों की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इसमें उन्होंने विभागीय अधिकारियों को राज्य सरकार की मंशानुसार शिविरों में कार्य करने एवं अधिकतम लाभार्थियों को लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने कहा कि विभागीय योजनाओं की जानकारी आमजन तक शिविरों के माध्यम से पहुंचाई जानी चाहिए। इससे पात्र लाभार्थी जागरूक होकर लाभ प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने शिक्षा विभाग को विद्यालयों में जर्जर कक्षा कक्षों एवं शौचालयों की मरम्मत कार्य शीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही विद्यालय परिसरों में स्वच्छता, गुणवत्तापूर्ण शिक्षण, फर्नीचर, बोर्ड आदि समुचित संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित करने को निर्देशित किया। नामांकन वृद्धि के लिए भी प्रयास करने के निर्देश दिए।
लोकबंधु ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि दिव्यांगता प्रमाण पत्र के लिए सत्यापन की प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से पूर्ण की जाए तथा 9 जुलाई तक निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति सुनिश्चित की जाए। मृत अथवा प्रवासी व्यक्तियों के नामों को हटाकर सूची को अद्यतन करने के भी निर्देश दिए। आयुष्मान कार्ड वितरण की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने टीबी स्क्रीनिंग में तीव्रता लाकर निक्षय पोर्टल पर रोगियों की जानकारी अपलोड कर समय पर उपचार प्रारंभ करने के निर्देश दिए। पशुपालन विभाग से पशुओं की स्वास्थ्य जांच, उपचार एवं टीकाकरण की प्रगति रबढ़ाने को निर्देश दिए। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग तथा नगरीय निकायों को पेंशन सत्यापन पूर्ण कर मृत एवं प्रवासी व्यक्तियों के नाम सूची से हटाकर अद्यतन सूची तैयार करने को कहा।
जिला कलक्टर ने कहा कि अंत्योदय शिविरों में सैचुरेशन स्तर तक कार्य किया जाना आवश्यक है। पूर्व से लंबित प्रकरणों का समयबद्ध निस्तारण करते हुए प्री-सर्वे के अनुसार चिन्हित लाभार्थियों को शिविर में लाभान्वित किया जाए। साथ ही लाभार्थियों की सूची अद्यतन करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीमाज्ञान, नामांतरण, पत्थरगढ़ी एवं रास्तों से जुड़े मामलों का शत प्रतिशत निस्तारण सुनिश्चित करने को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि शिविरों में प्राप्त होने वाले प्रकरणों पर गंभीरता से कार्रवाई करते हुए लाभार्थियों को शीघ्र लाभ दिया जाए। आपसी सहमति से बंटवारे के प्रकरणों का समाधान समझाइश के माध्यम से किया जाए। हरियालो राजस्थान अभियान के अंतर्गत वन विभाग को पौधारोपण के लिए पौधे वितरण तथा उनके रोपण किया जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों को पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना के अंतर्गत बीपीएल परिवारों का सर्वे, बैंक खाता सत्यापन एवं विभिन्न योजनाओं से जोड़ने के लिए आवेदन प्राप्त करने के निर्देश दिए। साथ ही स्वामित्व योजना में पट्टा वितरण का अभियान रूप में वर्ष भर चलाने के लिए कहा। कृषि विभाग को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित करने एवं मृदा नमूना संकलन की संख्या बढ़ाने को निर्देशित किया।
उन्होंने विद्युत विभाग को मानसून को दृष्टिगत रखते हुए झूलते तारों, क्षतिग्रस्त खंभों तथा तारों के समीप स्थित पेड़ों की छंटाई शीघ्र करवाने के निर्देश दिए गए। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को पानी की टंकियों की सफाई, पाइपलाइन लीकेज की मरम्मत, अंतिम छोर तक जलदाब की स्थिति सुधारने, एवं पाइपलाइन बिछाने से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत जैसे कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने को निर्देशित किया।
जिला कलक्टर ने कहा कि वित्त मंत्रालय द्वारा आर्थिक समावेशन के लिए अभियान चलाया जाना प्रस्तावित है। इसके अंतर्गत प्रधानमंत्री जनधन खातों का शत प्रतिशत कवरेज किया जाएगा। इसके लिए बैंक कार्मिकों के साथ समन्वय कर जन जागरूकता लाई जाए। इससे अधिकाधिक व्यक्तियों को पीएम सुरक्षा बीमा, जीवन ज्योति बीमा तथा अटल पेंशन योजना जैसी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। विशेषकर असंगठित क्षेत्र के लोगों के लिए यह योजनाएं अत्यंत लाभकारी सिद्ध होंगी। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि शिविरों के माध्यम से सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए निष्ठा एवं गंभीरता से कार्य करें तथा शिविरों की सफलता सुनिश्चित करें।
जिला कलक्टर ने वर्षा के मौसम को ध्यान में रखते हुए मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को डेंगू, मलेरिया, वायरल फीवर जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान, समय पर दवा वितरण, जांच एवं त्वरित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने को निर्देशित किया। नगर निगम एवं नगरीय निकायों को जलभराव वाले क्षेत्रों में नियमित रूप से एंटी लार्वा दवा का छिड़काव, फॉगिंग, नालियों की सफाई, और ठहरे पानी की निकासी की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इससे बीमारियों के कारक मच्छरों के पनपने की संभावना को रोका जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय से सजगता और तत्परता से कार्य करें।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राम प्रकाश, अतिरिक्त जिला कलक्टर गजेंद्र सिंह राठौड़, ज्योति ककवानी एवं वंदना खोरवाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े।
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