अजमेर (अजमेर मुस्कान)। भारत विकास परिषद द्वारा 29 अगस्त 2025, शुक्रवार को संपूर्ण राजस्थान में एक ही दिन एक साथ 3,50,000 छात्र व छात्राओं के मध्य भारत से संबंधित जानकारियों की सामान्य ज्ञान की प्रतियोगिता भारत को जानो का आयोजन करने जा रहा है जिसके लिए वृहद स्तर पर तैयारी की जा रही है।
क्षेत्रीय अध्यक्ष अरविंद गोयल ने बताया की भारत विकास परिषद ने राज्य के सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में यह प्रतियोगिता आयोजित करने की योजना बनाई है। सम्पूर्ण राजस्थान में भारत विकास परिषद की 252 शाखाओं के 15000 से अधिक कार्यकर्ताओं द्वारा विद्यालयों में जाकर यह प्रतियोगिता आयोजित करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग एवं स्थानीय अधिकारियों द्वारा भी सहयोग प्रदान किया जा रहा है। शिक्षा मंत्रालय राजस्थान सरकार की अनुशंसा पर, सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में भारत को जानो प्रतियोगिता आयोजित कराने हेतु पत्र के माध्यम से निदेशक माध्यमिक शिक्षा राजस्थान, बीकानेर द्वारा सफल एवं सुचारू आयोजन हेतु निर्देशित किया गया है।
अखिल भारतीय संस्कार गतिविधि सदस्य मुकेश लाठी ने बताया कि विद्यार्थियों में भारतीय मूल्यों, भारतीय संस्कारों, भारतीय आस्थाओं तथा भारत की गौरव गाथा के प्रति गौरवपूर्ण भावना के सृजन हेतु परिषद् वर्ष 2001 से राष्ट्रीय स्तर पर भारत को जानो प्रतियोगिता सम्पन्न कर रहा है। स्वामी विवेकानन्द का कथन है कि ‘‘अतीत की नींव पर ही भविष्य की श्रेष्ठताओं का निर्माण होता है।’’ सत्य है कि गौरवपूर्ण अतीत से प्राप्त आत्म -गौरव का भाव तथा प्रगतिशील वर्तमान से प्राप्त आत्मविश्वास, हमें उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर करने में सहायक होता है। भारत के इसी गौरवपूर्ण अतीत और प्रगतिशील वर्तमान से संबंधित विभिन्न विषयों की प्रेरक व ज्ञानवर्द्धक जानकारी पर ही आधारित होती है यह, ‘‘भारत को जानो प्रतियोगिता’’।
प्रांतीय गतिविधि संयोजक अरुण बाहेती ने बताया कि भारत को जानो प्रतियोगिता चार स्तरों पर, कनिष्ठ (कक्षा 6 से 8) तथा वरिष्ठ (कक्षा 9 से 12) दो वर्गों में होती है। प्रथम स्तर पर देश के सभी प्रान्तों में शाखा स्तर पर दो चरणों में होने वाली लिखित परीक्षा व मौखिक प्रतियोगिता के आधर पर चयनित, कनिष्ठ व वरिष्ठ वर्गों के दो-दो प्रतिभागियों की टीमों को प्रत्येक शाखा द्वारा प्रान्त स्तर पर भेजा जाता है। द्वितीय स्तर में प्रान्त स्तर पर मौखिक प्रश्न मंच द्वारा चयनित दोनों वर्गों की एक-एक सर्वश्रेष्ठ टीम को तृतीय स्तर पर रीजनल स्तर की प्रतियोगिता भेजी जाती है। रीजनल स्तर पर विजेता टीमों को चतुर्थ स्तर पर राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भेजा जाता है, जहाँ टीमों के मध्य रोचक तरीके व आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक एवं कम्प्यूटर तकनीक से मौखिक प्रश्नमंच का आयोजन होता है।
प्रांतीय अध्यक्ष राधेश्याम सोमानी ने बताया की भारत विकास परिषद् 1963 से निरंतर सेवा एवं संस्कार के प्रकल्पों के माध्यम से स्वस्थ-समर्थ-संस्कारित भारत के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु कार्य कर रहा है। देश भर में 1600 शाखाओं और एक लाख से अधिक सदस्य इस लक्ष्य प्राप्ति हेतु निरंतर अपना सहयोग दे रहे हैं। परिषद सन् 2001 से भारत की आने वाली पीढी मैं संस्कारों व समर्थ भारत निर्माण के स्वप्न को साकार करने का प्रयास इस प्रतियोगिता के माध्यम से कर रहा है। इस प्रतियोगिता में प्रतिवर्ष 15 लाख से अधिक छात्र भाग लेते हैं और 2.5 लाख से अधिक "भारत को जानो" पुस्तकें स्कूली छात्रों के बीच वितरित की जाती हैं। भारत को जानो प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों के छात्र छात्राओं में अपने देश के प्रति प्रेम, गर्व, समर्पण के भाव को जागृत करना और उन्हें भारत की प्राचीन संस्कृति, धर्म, इतिहास, भूगोल विज्ञान तथा संत व महापुरुषों के साथ साथ हमारे देश की सम्पूर्ण जानकारी से अवगत कराना है।
मुख्य शाखा अजमेर गतिविधि संयोजक संस्कार रमेश जाजू ने बताया कि संस्कार निर्माण के इस कार्य में अधिक से अधिक छात्र छात्राओं के मध्य जाकर इस प्रतियोगिता के माध्यम से भावी पीढ़ी में संस्कार हस्तांतरित करने के लिए स्थानीय विद्यालयों एवं विद्यार्थियों से संपर्क किया जा रहा है। परीक्षा के आयोजन हेतु विभिन्न टीमों का गठन किया गया है। मुख्य शाखा अजमेर के अध्यक्ष कृष्ण गोपाल गोयल ने बताया कि अजमेर के अंतर्गत विभिन्न स्कूलों में लगभग 15000 बच्चे भारत को जानो प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं यह प्रतियोगिता ओ आर एम शिट पर आयोजित की जाएगी शाखा संरक्षक सुरेश गोयल ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अजमेर में भारत को जानो प्रतियोगिता बच्चों में संस्कार जागृत करने के लिए एक अनोखी प्रतियोगिता है इस प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों को आने वाले समय में में प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं की तैयारी में भी सहयोग मिलता है।
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