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अजमेर : सूचना केन्द्र में 34 लाख रूपए की लागत से बनेगी डिजीटल लाइब्रेरी

Ajmer Muskan 2 लाख से ज्यादा ऑनलाईन बुक्स, 20 हजार किताबें लाइब्रेरी में रहेगी उपलब्ध 


रीडिंग रूम, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, यूनिक आईडी जैसी फेसिलिटी भी मिलेगी


अजमेर । पढ़ने के शौकीनों, विद्यार्थियों रिसर्चर और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालों के लिए खुशखबरी। स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर को जल्द ही डिजीटल लाइब्रेरी की सौगात मिलने जा रही है। सूचना केन्द्र में बनने वाली इस लाइब्रेरी में 2 लाख ऑनलाइन बुक्स तथा 20 हजार किताबें पढ़ने के लिए उपलब्ध रहेंगी। रीडिंग रूम, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और यूनिक आईडी जैसी फैसेलिटी भी उपलब्ध रहेगी। डिजीटल लाइब्रेरी 34 लाख रूपए की लागत से तैयार होगी।


जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के माध्यम से शहर में विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। इसके अन्तर्गत सूचना केन्द्र में डिजीटल लाइब्रेरी स्थापित करने का प्रावधान किया गया है। इस पर 34 लाख से अधिक की लागत आएगी। इसके लिए वर्तमान में उपलब्ध लगभग 20 हजार पुस्तकों का भी डिजीटल कैटलॉग बनाया जाएगा। इसमें पुस्तकें क्रमबद्ध तरीके से जमी होगी। पुस्तकों की सूची सॉफ्ट फोर्मेट में भी उपलब्घ रहेगी। इससे पुस्तकों को ढूंढने में आसानी होगी।


2 लाख ऑनलाइन बुक्स


उन्होंने बताया कि डिजीटल लाईब्रेरी में 14 कम्प्यूटर लगाए जाएंगे। ये एक सर्वर के माध्यम से संचालित होंगे। इस सेटअप से ऑनलाईन अखबार, पुस्तके एवं जर्नल आदि को देखा जा सकेगा। इसमें स्क्राईब्ड, किण्डल, अनलिमिटेड, 24 सिंबल्स जैसे ऑनलाईन बुक स्टोर की पुस्तकों को भी स्थान दिया जाएगा। इनकी संख्या लगभग 2 लाख होगी। पाठकों के लिए ये समस्त पुस्तकें निःशुल्क उपलब्ध रहेगी। पुस्तकें हिन्दी, अंगे्रजी एवं अन्य भाषाओं की होने से नॉलेज रेंज में वृद्धि होगी।


रीडिंग रूम सुविधा


उन्होंने बताया कि 40 व्यक्तियों के बैठकर अध्ययन करने के लिए रीडिंग रूम बनाया जाएगा। सम्पूर्ण उपलब्ध इन्फ्रास्ट्रक्चर का नवीनीकरण एवं पुर्नद्धार किया जाएगा। महिलाओं एवं पुरूषों के लिए सुविधाएं भी निर्मित होगी। इसके साथ-साथ मॉड्यूलर फर्नीचर भी लगाने का प्रावधान है। इसके अन्तर्गत मॉड्यूलर कम्प्यूटर टेबल, पार्टीशन बॉर्ड, मोड्यूलर रिवोल्विंग चेयर सिटिंग एरीया में लगाई जाएगी।


मिलेगी यूनिक आईडी


उन्होंने बताया कि पाठकों के लिए ऑनलाईन पंजीकरण की व्यवस्था रखी जाएगी। प्रत्येक पाठक के लिए यूनिक आईडी जनरेट होगी। इसके आधार पर पाठक को बैठकर अध्ययन करने की समयावधि आवंटित होगी। यह अधिकतम 2 घण्टे के लिए होगी। दो घण्टे पश्चात पाठक की आईडी स्वतः लॉगआउट हो जाएगी। इसके पश्चात ऑनलाईन ही दूसरे पाठक को अध्ययन करने के लिए अवसर मिलेगा। पाठकों को रिडिंग रूम एरीया, कम्प्यूटर केटेलोग एरीया, न्यूजपेपर रिडिंग एरीया का उपयोग करने के लिए आईकार्ड जारी किया जाएगा। यह कार्ड एक वर्ष के लिए मान्य होगा। डिजीटल लाईब्रेरी का उपयोग करने के लिए ऑनलाईन प्री रजिस्ट्रेशन का भी प्रावधान रखा गया है। पाठक अपनी सुविधा के अनुसार दो सप्ताह पूर्व तक अपना प्री रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।


विभिन्न विषयों की पुस्तकें


उन्होंने बताया कि नवस्थापित आईटी प्लेटफार्म वेबपोर्टल 500 ई कोर्सेज को भी कवर करने के लिए सक्षम होगा। इनमें एनसीईआरटी, सीबीएससी के 10 से 12 तक की कक्षाओं के पाठ्यक्रम, अभियांत्रिकी, मेडिकल, कला, वाणिज्य, विज्ञान की पाठ्यसामग्री, एनटीएसई, एआईईईई, आईआईटी, जईई, संघ लोक सेवा आयोग, प्रशासनिक सेवा, रेलवे, बैंक, एनडीए, यूजीसी, सीसेट, गेट, सीए आदि की सामग्री भी उपलब्ध रहेगी। सामान्य ज्ञान, ई अखबार, मेग्जीन भी दिए जाएंगे। यह समस्त सामग्री ऑडियो, विडियो एवं एनीमेशन फोर्मेट में उपलब्ध होगी।


उन्होंने बताया कि लाईब्रेरी के वेब पोर्टल का इस्तेमाल पुस्तकों की खोज के लिए भी किया जा सकेगा। पाठक पंजीकरण के उपरान्त इस सेवा का लाभ ले सकते हैं। पाठक अपने घर पर उपलब्ध कम्प्यूटर पर भी ऑनलाईन डिजीटल लाइब्रेरी की पुस्तकें व अखबार प्राप्त कर सकते हैं।Ajmer Muskan


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