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सिंधी स्वर कोकिला भगवंती नावाणी की जयंती मनाई


अजमेर (AJMER MUSKAN)।
 सिंधु साहित्य ऐ कल्चरल सोसायटी अजमेर की ओर से वैशाली नगर स्थित कार्यालय पर सिंधी स्वर कोकिला स्वर्गीय भगवंती नावाणी की जयंती मंगलवार को हर्षोल्लास से मनाई। 


प्रचार सचिव एमटी वाधवानी ने बताया कि सर्वप्रथम अध्यक्ष सुंदर मटाई द्वारा उनके चित्र के आगे ज्योत जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की गई एवं उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला गया  वाधवानी ने नावाणी के जीवन और उनके द्वारा गए गए गीतों की विस्तृत जानकारी दी। पूनम गीतांजलि एवं लक्ष्मण चैनानी द्वारा पेके हली वेंदिसाय मूर न छड़िदिसाय.... दयाल प्रियानी ने सारे थी सरया तोखे.... श्वेता शर्मा ने सिक में ओ सिक में.... सी बी प्रियाणी ने चार पदारथ.... भीष्म शर्मा ने पेरे पवनदिसान चवन्दिसान रही वझ रात.... नानकी वाधवानी ने सखियों गीत पेश किए गए । इस कार्यक्रम में समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे शेष व्यक्तियों ने झूम द्वारा अपनी उपस्थिति दी संचालन श्वेता शर्मा ने किया।

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