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पाकिस्तान स्थित पूज्य शदाणी दरबार जाता है 32 साल से जत्था : महंत युधिष्ठर लाल

सिन्धू ज्योति सेवा समिति के तत्वावधान में हिल टाॅप काॅलोनी में सत्संग प्रवचन 


अजमेर (Ajmer Muskan)।
पाकिस्तान स्थित पूज्य शदाणी दरबार में पिछले 32 वर्षाे से भारत के लगभग 500 प्रतिनिधियो का दल प्रतिवर्ष भारत के रायपुर छतीसगढ़ के पूज्य संत शदानी नगर बोरियाकला के पीठाधीश महंत स्वामी युधिष्ठर लाल के नेतृत्व में यात्रा के लिए जाते हैं और इस वर्ष भी कोरोना काल में पाकिस्तान की शदानी दरबार और सिन्धु नदी के दर्शन हेतु गया। उपरोक्त जानकारी पीठाधेश्वर महनत युधिष्ठर लाल ने हिल टाॅप काॅलोनी में प्रधानाचार्य शान्ता भिरयानी के बंगले में सिन्धू ज्योति सेवा समिति के द्वारा आयोजित सत्संग कर्यक्रम में दी। पीठाधेश्वर ने कहा कि सनतो और दरबारो का काम आम संगत की सेवा करना होता है जो कि शदाणी दरबार कर रही है। सिंधु ज्योति सेवा समिति के अध्यक्ष मंधाराम भिरयानी और हरीश मोदियानी ने महन्त का नोटो की माला से,शॅाल पहनाकर और स्मृति चिन्ह प्रदान कर अभिनन्दन किया और पाकिस्तान यात्रा के संस्मरण सुनाये। पूज्य शदाणी दरबार के सेवादारी नन्दलाल ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हम सबको पाकिस्तान में अल्पसंख्यको पर हो रहे अत्याचारो को रोकने के लिए आवाज बुलन्द करनी चाहिये। नन्दलाल ने सबका आहवान किय कि प्रतिवर्ष पाकिस्तान जाने वाले जत्थे में अधिक से अधिक संख्या में लोगो को ले चलो। 

सिन्धू ज्योति सेवा समिति की प्रचार कमेटी के संयोजक रमेश लालवानी ने बताया कि इस अवसर पर राजकीय महाविद्यालय सिन्धी विभाग के पूर्व प्रभारी हासो दादलानी और डा.कमला गोकलानी ने भी सिन्धी दरबारो के सिन्धी भाषा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान की बात कही। पूर्व पार्षद रश्मि हिंगोरानी ने सनत महात्मओ द्वारा जीवो के कलयाण करने पर उनका आभार व्यक्त किया। प्रेम प्रकाश मंडल के स्वामी बसंतराम सेवा ट्रस्ट के सन्त दिलीप महाराज ने संतो के उपदेश से लाभ लेने की बात कही। प्रचार कमेटी के संयोजक रमेश लालवानी ने बताया कि इस अवसर पर समिति के सचिव दिलीप बिनयानी, गायिका पूनम गीतान्जली, उपाध्यक्ष प्रकाश छबलानी, प्रचार सचिव रमेश लालवानी, कुन्दनदास वतवानी, मंधाराम लालवानी, बाबू नानकानी, राजकुमार सतवानी, सुनील केवलरामानी, राम खूबचन्दानी आदि ने  पीठाधीश्वर महंत स्वामी युधष्ठर लाल द्वारा सिन्धियत और संतमत को बढ़ावा देने के प्रयासो की सराहना की साथ ही माल्यार्पण कर, शाॅल पहनाकर, स्मृति चिन्ह प्रदान कर अभिनन्दन किया। कार्यक्रम का संचालन रमेश लालवानी ने किया। 

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