बाहर निकलें, अभिभावकों से मिलें, नामांकन बढ़ाएं प्राचार्य - देवनानी
विधानसभा अध्यक्ष ने ली उत्तर क्षेत्र के प्राचार्यों की बैठक
बच्चों की सुरक्षा, पढ़ाई और शिक्षा की गुणवत्ता के साथ लापरवाही बर्दाश्त नहीं
अजमेर (अजमेर मुस्कान)। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने स्कूल प्राचार्यों को निर्देश दिए हैं कि वे स्कूलों से निकलें, अभिभाभवकों से मिलें, नामांकन बढ़ाएं। स्कूलेां में सुधार, निर्माण व मरम्मत के लिए राज्य सरकार पूरी गंभीरता से प्रयास कर रही है। स्कूल प्रबंधन भी भामाशाहों को प्रेरित करे। स्कूलों, बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा की गुणवत्ता से किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने उत्तर क्षेत्र के जर्जर स्कूलों की मरम्मत के लए 50 लाख रूप्ए विधायक कोष से देने की घोषणा की।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की अध्यक्षता में गुरुवार को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सभागार में अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र राजकीय विद्यालयों के प्रधानाचार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में क्षेत्र विद्यालयों के भवनों की भौतिक स्थिति, शैक्षणिक गुणवत्ता, नामांकन, स्मार्ट क्लास, व्यावसायिक शिक्षा, मिड डे मील, भवनों की मरम्मत जैसे विषयों की समीक्षा की गई।
देवनानी ने कहा कि विद्यालयों के मरम्मत योग्य भवनों की मरम्मत सहित अन्य सुविधाओं की पूर्ति के लिए विधायक कोष से 50 लाख रुपए के व्यय से निर्माण कार्य करवाए जाएँगे। उन्होंने निर्देश दिए कि एसडीएमसी और एडीपीसी द्वारा विद्यालयों के भौतिक सत्यापन कर मरम्मत योग्य भवनों की सूची तैयार की जाए।
देवनानी ने स्पष्ट कहा कि यदि भविष्य में किसी भवन में दुर्घटना होती है तो संबंधित अभियंता एवं प्रधानाचार्य को जिम्मेदार माना जाएगा। पट्टी कटला स्थित अत्यधिक जर्जर भवन को तुरंत गिराकर नई योजना प्रस्तावित करने के निर्देश दिए गए। साथ ही कोटडा स्थित राजकीय विद्यालय की समस्या का शीघ्र समाधान करने के निर्देश दिए। विधानसभा अध्यक्ष ने पिछले तीन वर्षों के परीक्षा परिणामों की स्थिति, कक्षा-वार बोर्ड परिणामों की तुलना, अच्छे अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की प्रगति तथा कमजोर छात्रों के लिए रेमेडियल क्लासेस की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने विद्यालयों में नियमित सह-पाठ्यक्रम गतिविधियाँ संचालित करने तथा व्यावसायिक शिक्षा की उपयोगिता बढ़ाने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि प्राचार्य और शिक्षक स्कूल तक ही सीमित ना रहें। बाहर निकलें, अभिभावकों और भामाशाहों से संपर्क करें। स्कूल को आदर्श शिक्षण संस्थान बनाने के लिए अपना सम्पूर्ण योगदान दें। उन्होंने शिक्षकों की स्थिति पर चर्चा करते हुए रिक्त पदों की सूचना तुरंत भिजवाने के निर्देश दिए। साथ ही शिक्षकों के लिए नियमित विषयवार प्रशिक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। मिड डे मील की गुणवत्ता, गणवेश वितरण, पाठ्यपुस्तकें वितरण की स्थिति की समीक्षा करते हुए उन्होंने योजनाओं को बच्चों के हित में समय पर लागू करने के निर्देश दिए।
देवनानी ने विद्यालयों के नामांकन की स्थिति की समीक्षा की और नामांकन बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि लंबे समय से अनुपस्थित छात्रों के अभिभावकों से व्यक्तिगत संपर्क कर बच्चों की वापसी सुनिश्चित की जाए। विद्यालय के शिक्षक घर घर जाकर प्रेरणा अभियान के तहत प्रवेश बढ़ाने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में विद्यालय प्रबंध समिति की नियमित बैठकें हों और उनमें लिए गए निर्णयों की पालन की स्थिति पर रिपोर्ट तैयार हो। पंचायत, जनप्रतिनिधियों, भामाशाहों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं से सहयोग लेकर विद्यालयों में आवश्यक सुविधाएं जुटाई जाएं।
बालिकाओं के लिए ही चलेगा सेन्ट्रल गल्र्स स्कूल
उन्होंने पुरानी मंडी स्थित केंद्रीय बालिका विद्यालय को विशेष रूप से बालिकाओं के लिए ही संचालित करने के निर्देश दिए। साथ ही मर्जर प्रस्तावों को विद्यालयों की भौतिक स्थिति एवं नामांकन के आधार पर ही भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी विद्यालयों से रिक्त पदों, भवन स्थिति, सुविधाओं की सूची निर्धारित प्रारूप में शीघ्र भेजने को कहा। उन्होंने भवन निर्माण कार्यों में तकनीकी विशेषज्ञों की सलाह लेना आवश्यक बताया। इससे गुणवत्ता से समझौता नहीं होगा। साथ ही विद्यालय परिसर में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित करने से नामांकन वृद्धि करने के निर्देश दिए।
बैठक में एडीपीसी लीलामणि गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक ऊषा कच्छावा, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक गोविंद नारायण शर्मा, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अजमेर ग्रामीण राकेश कटारा सहित क्षेत्र के समस्त विद्यालयों के प्रधानाचार्य उपस्थित रहे।
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