अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों की तात्कालिक मरम्मत पर हुई चर्चा
अजमेर (अजमेर मुस्कान)। प्राकृतिक आपदाओं में अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों की तात्कालिक मरम्मत के लिए तकनीकी स्वीकृतियों के संबंध में जिला कलक्टर एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष लोकबंधु की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई।
बैठक में उपखंड स्तरीय समितियों द्वारा प्राप्त विभिन्न विभागों की क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा की गई। जिला कलक्टर ने अधिकारियों से कहा कि आपदा प्रभावित परिसंपत्तियों की मरम्मत एवं पुनस्र्थापन कार्यों को प्राथमिकता से पूरा किया जाए। इससे प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य जनजीवन शीघ्र बहाल हो सकेगा।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों से जर्जर भवनों के स्वीकृत प्रस्तावों के तकनीकी स्वीकृति जारी करने एवं दिवाली पूर्व कार्य आरम्भ करने के निर्देश दिए। इसमें सड़क सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं का प्राथमिकता से कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि विभागवार प्राप्त प्रस्तावों के अनुसार जिले में कुल 1312 परिसंपत्तियाँ अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त पाई गई हैं। इन पर लगभग 2575.35 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसमें शिक्षा विभाग के 707 विद्यालय भवन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के 29 प्राथमिक एवं 4 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सार्वजनिक निर्माण विभाग के 220 सड़क कार्यों, 198 आंगनबाड़ी भवनों, पंचायत राज विभाग की 23 परिसंपत्तियाँ तथा अन्य विभागों की भी परिसंपत्तियाँ सम्मिलित हैं।
जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि सभी विभाग सुनिश्चित करें कि प्रस्तावित मरम्मत कार्य गुणवत्ता और समयबद्धता के साथ पूर्ण किए जाएँ। उन्होंने कहा कि उपखंड स्तरीय समिति द्वारा प्रस्तुत सभी प्रस्तावों को बजट स्वीकृति प्राप्त होने पर क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों की मरम्मत की जाएगी।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर वंदना खोरवाल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राम प्रकाश, सार्वजनिक निर्माण, शिक्षा, जल संसाधन, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, महिला अधिकारिता एवं बाल विकास सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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