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राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ जिला निर्वाचन अधिकारी ने की चर्चा


मतदाता सूचियों का विशेष गहन पुनरीक्षण

राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ जिला निर्वाचन अधिकारी ने की चर्चा

अजमेर (अजमेर मुस्कान)। मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी लोक बन्धु द्वारा मंगलवार को राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई। 

जिला निर्वाचन अधिकारी लोक बन्धु ने कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम में बीएलए की भूमिका महत्वपूर्ण है। बीएलए क्षेत्र के मतदाताओं से सम्पर्क कर प्रतिदिन 50 परिगणना प्रपत्र भरकर बीएलओ को जमा करवा सकते है। इसलिए राजनीतिक दलों को बीएलए को सक्रिय रखना चाहिए। उनके सहयोग से विशेष गहन पुनरीक्षण का कार्य समय पर किया जा सकेगा। अब कुछ ही समय शेष है। इस समय में मैपिंग एवं परिगणना प्रपत्र डिजिटलाईज करने का कार्य करना है। समस्त राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त बीएलए-2 को आगे बढ़कर बीएलओ का सहयोग किया जाए। क्षेत्र में आ रही तकनीकी समस्याओं के निराकरण के लिए सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी एवं मास्टर ट्रेनर उपलब्ध है। इनका उपयोग बीएलए एवं बीएलओ आवश्यकतानुसार ले सकते हैं।

उन्होंने कहा कि मतदाता सूची के इस पुनरीक्षण में 2002 की मतदाता सूचियों के आधार पर निर्वाचक मैपिंग की जा रही है। अब तक 15 लाख 4 हजार 370 परिगणना प्रपत्र घर-घर जाकर वितरित कर दिए गए है। ये 99.79 प्रतिशत हो चुका है। अब तक 10 लाख 97 हजार 903 परिगणना प्रपत्र को ऑनलाईन मैपिंग कर दिया गया है। ये 72.83 प्रतिशत हो चुका है। मतदाताओं द्वारा भरे गए 3622 परिगणना प्रपत्रों को बीएलओ द्वारा सत्यापित किया जाएगा। बीएलओ द्वारा 10 लाख 94 हजार 281 मतदाताओं का सत्यापन किया जा चुका है। यह लगभग 72.59 प्रतिशत है। 

उन्होंने बताया कि बीएलओ द्वारा परिगणना प्रपत्रों का सत्यापन विधानसभा किशनगढ़ में 2 लाख 24 हजार 785 (76.43 प्रतिशत), पुष्कर में एक लाख 87 हजार 475 (71.98 प्रतिशत), अजमेर उत्तर में एक लाख 53 हजार 373 (69.21 प्रतिशत), अजमेर दक्षिण में एक लाख 42 हजार 537 (65.91 प्रतिशत), नसीराबाद में एक लाख 90 हजार 518 (78.03 प्रतिशत) तथा केकड़ी में एक लाख  95 हजार 593 (72.2 प्रतिशत) मतदाताओं का किया गया है। जिले में 66 हजार 63 मतदाताओं के प्रपत्र बीएलओ को नहीं प्राप्त हुए है। उनमें से 24 हजार 359 मृत, 2 हजार 310 अनुपस्थित, 35 हजार 685 स्थाई रूप से स्थानान्तरित, 3 हजार 519 पूर्व में पंजीकृत तथा 190 के अन्य कारण है।

बैठक में उपस्थित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को एसआईआर प्रक्रिया के प्रत्येक चरण की विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही उनकी जिज्ञासाओं के समाधान किए गए। पोर्टल पर जोड़ी गई नवीन सुविधाओं की जानकारी दी गई। श्री लोकबंधु ने कहा कि यह विशेष पुनरीक्षण लोकतांत्रिक प्रक्रिया की पवित्रता बनाए रखने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण पहल है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे गणना प्रपत्र अवश्य भरें और मतदाता सूची में अपनी जानकारी की पुष्टि करें ताकि भविष्य के चुनाव में उनका मताधिकार सुरक्षित रहे।

उन्होंने बताया कि आगामी 4 दिसम्बर तक घर-घर गणना प्रपत्र के वितरण एवं संग्रहण का कार्य होगा। ड्राफ्ट मतदाता सूची प्रारूप का प्रकाशन 9 दिसम्बर 2025 को किया जाएगा। 9 दिसम्बर से 9 जनवरी 2026 तक दावे एवं आपत्तियां ली जाएगी। 9 दिसम्बर से 31 जनवरी 2026 तक नोटिस फेज रहेगा, जिसमें सुनवाई एवं सत्यापन कार्य किया जाएगा। इसके उपरांत 7 फरवरी को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा। ड्राफ्ट सूची में शामिल नहीं किए गए अनुपस्थित, स्थानान्तरित, मृत एवं डुप्लीकेट नामों की सूची निर्वाचन विभाग की वेबसाइट पर जारी की जाएगी। इसके बाद नागरिक अपने नाम जुड़वाने या आपत्ति दर्ज कराने के लिए आवेदन कर सकेंगे।

इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी ज्योति ककवानी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी नरेन्द्र कुमार मीणा, विधायक रामस्वरूप लाम्बा, भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष जीतमल प्रजापत एवं रमेश सोनी, दिपेन्द्र कुमार लालवानी, हितेश डाबरिया, नरेन्द्र सिंह चुन्डावत, राजेश घाटे, महेन्द्र चौधरी, मुकेश चौधरी एवं हीरा सिंह रावत, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के श्री बिपिन बेसिल, मुजफ्फर भारती, कमल वर्मा, शैलेन्द्र अग्रवाल, वाहिद मोहम्मद, बसपा के गणपत लाल बारोलिया, बीएलए विक्रम सिंह सहित प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे।

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