पाकिस्तान को पानी की एक बूँद नहीं’ जैसे संवादों ने गूँजाया माहौल
अजमेर (अजमेर मुस्कान)। नाट्य कला को समर्पित आधुनिक नाट्य कला संस्थान् द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति से परिपूर्ण नाटक सिन्दूर का मंचन बजरंगगढ़ चौराहे के विजय स्मारक पर किया। जिसमें सभी कलाकारों ने अपने अभिनय वह संवादायगी से राहगीरों को रुककर नाटक देखने पर मजबूर किया कर दिया।
नाटक में विकल्प सिंह, उज्ज्वल मित्रा, पवन जोशी, होशिका भाटिया, महिमा शर्मा, अंकित जादम, संदीप साहू, काव्यांश वैष्णव, अरनव आर्य, अनन्या आर्य, अथर्व सिंह, अहाना श्रीवास्तव, एवं राहुल सिंह ने बेहतरीन अभिनय किया। नाटक के सभी कलाकार पिछले 15 दिनों से लखन सिंह जी के निर्देशन में अभिनय प्रशिक्षण ले रहे हैं। सभी कलाकार परिपक्व कलाकारों की तरह अभिनय व संवाद अदायगी पर उपस्थित दर्शकों ने ताली बजाकर सभी कलाकारों की हौसला अफजाई की। नाटक का निर्देशन वरिष्ठ रंगकर्मी लखन सिंह ने किया व संगीत हेमंत शर्मा ने दिया।
नाटक के माध्यम से पाकिस्तान की 1948 से लेकर पहलगाम तक की नापाक हरकतों पर भारत ने किस तरह से मुह तोड़ जवाब दिया, जबतक आतंकवाद समाप्त नहीं होगा और पी.ओ.के. पर बात नही होती तब तक पानी की एक एक बूँद को पाकिस्तान तरसेग जैसे निर्णय का व्यंग पूर्ण चित्रण किया।
नाटक में देशभक्ति गीतों ने पूरे माहौल को देश भक्ति बना दिया उपस्थित दर्शकों ने भारत माता की जय और हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। छोड़ो कल की बातें कल की बात पूरानी सुन लो पाकिस्तानी हम है हिन्दुस्तानी गीतो के माध्यम से नाटक में बताया कि पुलवामा और पहलगाम नासूर भूला सकते नही हम अपनी आजादी को हरगिज़ भुला सकते नही।
इस अवसर पर डॉ. हरबंस सिंह दुआ, रंगकर्मी विष्णु अवतार भार्गव, दीपक शर्मा, चारू सिंह, आदि सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। संस्था अध्यक्ष ने उपस्थित आम जनता का आभार व्यक्त किया।
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