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भारत तिब्बत सहयोग मंच की राष्ट्रीय परिषद की बैठक सम्पन्न

भारत तिब्बत सहयोग मंच की राष्ट्रीय  परिषद की बैठक सम्पन्न

अजमेर (अजमेर मुस्कान) ।
भारत तिब्बत सहयोग मंच की दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक  राजधानी दिल्ली के गोयला गाँव के शांति ज्ञान निकेतन स्कूल में संपन्न हुई।  राष्ट्रीय परिषद में कुल 11 सत्रों  का आयोजन हुआ। परिषद के  उद्घाटन सत्र  में उपस्थित प्रतिनिधियों का मार्गदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं मंच के मार्गदर्शक  डॉ. इंद्रेश  कुमार  ने कहा कि हमें सद्कर्म करना है। सदकर्म का ही मार्ग पकड़‌कर राष्ट्र एवं समाज के लिए कुछ किया जा सकता है। विपरीत से विपरीत परिस्थितियों में भी बिना विचलित हुए हम सभी को  सकारात्मक भाव से निरंतर कार्य करते रहना चाहिए। 

इस अवसर पर मंच के नव नियुक्त संगठन महामंत्री  पंकज  गोयल  ने कहा कि मंच का जन जागरण कार्य आज 47 प्रांतों में चल रहा है। 300 से अधिक जिलों में मंच का संगठनात्मक कार्य है। हम सभी लगातार इस प्रयास में लगे हैं कि अति शीघ्र देश के सभी जिलों में  मंच का  संगठनात्मक ढाँचा खड़ा हो। 

उपलब्धियों की दृष्टि से देखा जाए तो माननीय इन्द्रेश जी के कुशल मार्गदर्शन में प्रयागराज महाकुम्भ में आयोजित  "बौद्ध कुम्भ यात्रा" सनातन एवं बौद्ध धर्म की एकता, अखंडता एवं समन्वय के लिये एक मिशाल बनी l इस बौद्ध यात्रा में 9 देशों से 500 से अधिक बौद्ध लामा, भन्ते भीखु की गौरवमयी उपस्थिति रही l संवाद एवं चिंतन से यह स्पष्ट रूप से उभर कर सामने आया कि सनातन एवं बौद्ध धर्म के बुनियादी सिद्धांतों में कोई अंतर नहीं है l इंसानियत एवं मानवता कि दृष्टि से दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं l दोनों ही धर्म वैश्विक शान्ति, विश्व बंधुत्व, वसुधैव कुटुंबकम, अहिंसा एवं करुणा के समर्थक हैं। यदि दोनों धर्म एक साथ रहेंगे तो विश्व में शान्ति बनाये रखने में हर दृष्टि में मदद मिलेगी lइस अवसर पर डॉ सचिन तिवारी द्वारा लिखित "सनातन बौद्ध चिन्तन एवं संवाद" पुस्तक का विमोचन भी किया गया।

 राष्ट्रीय परिषद  की बैठक में कुल 153 प्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति में माननीय डॉ. इंद्रेश कुमार जी के अतिरिक्त राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, उत्तर क्षेत्र के कार्यवाह  रोशन , राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य माननीय रूपेश (पालक अधिकारी ),परम पावन दलाई लामा  के ब्यूरो कार्यालय के विशेष प्रतिनिधि जिग्मे जगने , निर्वासित तिब्बती सरकार के सांसद बांगडु दोर्जे जी, वरिष्ठ पत्रकार एवं पांचजन्य के सहयोगी संपादक आलोक गोस्वामी , संत एवं कथावाचक श्रद्धेय दीपांकर जी, भन्ते बुद्ध कीर्ति एवं स्थानीय विधायक  संदीप सहरावत  सहित अन्य गणमान्य लोगों की गरिमामयी उपस्थिति रही ।

परिषद के अन्तिम सत्र में मंच की संगठन संरचना में राजस्थान से  सी०आर० चौधरी (पूर्व केंद्रीय मंत्री व अध्यक्ष राज०किसान आयोग) को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राजेन्द्र कामदार को राष्ट्रीय महामंत्री एवं श्याम सुंदर मंत्री को सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी मनोनीत किया गया है।

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