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शिक्षकों ने सीखा व्यावहारिक अभ्यास से दक्षता वृद्धि, एनसीईआरटी कार्यशाला का चौथा दिन

शिक्षकों ने सीखा व्यावहारिक अभ्यास से दक्षता वृद्धि, एनसीईआरटी कार्यशाला का चौथा दिन

अजमेर (अजमेर मुस्कान)।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में जारी एनसीईआरटी कार्यशाला के तहत गुरूवार को शिक्षकों ने व्यावहारिक अभ्यास से दक्षता वृद्धि की तकनीकों की सीख ली। उन्होंने संतुलित प्रश्न-पत्र निर्माण की बारीकियों के बारे में भी जाना।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत आयोजित कार्यशाला के चौथे दिन संतुलित प्रश्न पत्र निर्माण की बारीकियां तथा व्यावहारिक अभ्यास द्वारा शिक्षकों की दक्षता में वृद्धि के बारे में जानकारी दी गई। प्रथम सत्र में परख के विशेषज्ञों ने संतुलित प्रश्न पत्र निर्माण की आधारशिला पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। इसमें प्रश्न पत्र निर्माण की प्रक्रिया, मूल्यांकन की रूपरेखा, ब्लूप्रिंट तैयार करना, प्रश्नों का चयन, संयोजन, अंक निर्धारण योजना तथा प्रश्न पत्र के विश्लेषण एवं मॉडरेशन की प्रक्रिया सम्मिलित रही। द्वितीय सत्र में सहभागियों ने हाथों-हाथ गतिविधि के माध्यम से आकलन डिज़ाइन निर्माण की व्यावहारिक समझ विकसित की।

विशेषज्ञों ने बताया कि किस प्रकार विभिन्न स्तरों के प्रश्नों को संतुलित ढंग से सम्मिलित किया जाए ताकि मूल्यांकन में सभी अधिगम लक्ष्यों को समाहित कर सके। तीसरे सत्र में शिक्षकों को संतुलित प्रश्न पत्र के ब्लूप्रिंट निर्माण की प्रक्रिया पर गहन अभ्यास कराया गया। उन्होंने विषयानुसार ब्लूप्रिंट तैयार किया और प्रश्न पत्र के समुचित ढांचे को समझा।

अंतिम सत्र में प्रतिभागियों ने उच्च गुणवत्ता वाले प्रश्नों का निर्माण किया। इनमें विभिन्न प्रकार के प्रश्न वस्तुनिष्ठ, वर्णनात्मक, मूल्य आधारित तथा विश्लेषणात्मक प्रश्न सम्मिलित थे। परख विशेषज्ञों ने प्रश्नों की ताकत और कमियों की समीक्षा की तथा उनके सुधार के सुझाव दिए। प्रतिभागियों ने अपने समूह कार्य का प्रस्तुतीकरण भी किया। सत्र के अंत में प्रश्नोत्तर कार्यक्रम के माध्यम से प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। इस दिन ने सभी सहभागियों को मूल्यांकन की वैज्ञानिकता, गुणवत्ता तथा संतुलन को समझने का अवसर प्रदान किया।

शैक्षिक निदेशक दर्शना शर्मा ने संभागियों को संबोधित करते हुए इस कार्यशाला प्रशिक्षण प्राप्त कर लेने के बाद आगे की कार्य योजनाओं के बारे में चर्चा की। कार्यशाला के संभागी को एक आदर्श प्रश्न पत्र तैयार करके आगामी साथ दिवसों में बोर्ड को प्रस्तुत करना होगा। चौथा दिन नवाचार, सहभागिता एवं व्यावहारिक दक्षता के समन्वय के साथ संपन्न हुआ।

इस अवसर पर राजीव चतुर्वेदी एवं सहायक निदेशक (संपदा) अजय बंसल भी उपस्थित रहे।

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