Ticker

6/recent/ticker-posts

सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन की 1356वीं जयन्ती पर विद्यालय स्तर पर रंग भरो प्रतियोगिता होगी आयोजित

सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन की 1356वीं जयन्ती पर विद्यालय स्तर पर रंग भरो प्रतियोगिता होगी आयोजित

अजमेर (अजमेर मुस्कान)।
राष्ट्र रक्षा के लिए समर्पित सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन सिंध के धर्मवीर, दानवीर व युद्धवीर महाराजा थे। सिंधु संस्कृति के विकास में महती भूमिका का निर्वहन करने वाले रक्षक के रूप में उनकी ख्याति जन-जन के मन में रमी हुई थी। 25 अगस्त 669 ईस्वी में जन्में महाराजा दाहरसेन के 1356वीं जयंती के अवसर पर विद्यालय स्तर पर रंग भरो प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है।

रंग भरो प्रतियोगिता के संयोजक शिव प्रसाद गौतम ने बताया कि महाराजा दाहरसेन के जीवन से प्रेरणा लेकर चित्र में रंग भरों प्रतियोगिता 12 अगस्त, 2025 मंगलवार तक स्थानीय विद्यालयों में दो वर्गो जिसमें कक्षा 6 से 8 (कनिष्ठ वर्ग) तथा कक्षा 9 से 12 (वरिष्ठ वर्ग) में आयोजित होंगी। चित्रकला रंग भरों प्रतियोगिता विद्यालय स्तर पर ही संस्था प्रधान अपने स्तर पर आयोजित करावाएंगे। इस हेतु रंग भरने के लिए समिति द्वारा चित्र उपलब्ध करवाये गये है। रंग एवं बु्रश प्रतिभागी स्वयं लाएंगे। संस्था प्रधान अपने स्तर पर ही इस रंगभरो चित्र प्रतियोगिता में दोनो वर्गों में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के चित्रों को जाँच करवा कर क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वाले विजेताओं के चित्रों को बुधवार दिनांक 13 अगस्त, 2025 को दोपहर 1 बजे से 4 बजे के मध्य तक गणगौर फूड्स, पिज्जा पांइट, स्वामी काम्पलेक्स के पास, अजमेर पर पहंुचाये जायेगें। जिसका परिणाम 19 अगस्त को जारी किये जायेगें। प्रतियोगिता हेतु शैलेन्द्र परवार, महेश टेकचंदानी, दुर्गा प्रसाद शर्मा, पुरषोत्तम तेजवानी, मुकेश खीचीं विद्यालयों में संपर्क करेगें।

समिति द्वारा भाग लेने वाले सभी विद्यालयों के विजेताओं को रविवार 24 अगस्त, 2025 को सांय 6 बजे पुष्कर रोड स्थित महाराजा दाहरसेन स्मारक, हरीभाऊ उपाध्याय नगर, अजमेर पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में प्रमाण-पत्र ससम्मान प्रदान किये जायेगें व सभी विद्यालयों के परिणामों में से शहर स्तर पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्तर पर आने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र व पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। सभी कार्यक्रमों में नगर निगम, अजमेर विकास प्राधिकरण, भारतीय सिधंू सभा, पर्यटन विभाग, सिंधुपति महाराजा दाहरसेन विकास एवं समारोह समिति, सिन्धु शोध पीठ म.द.स. विश्वविद्यालय, सिंध इतिहास एवं शोध संस्थान का सहयोग रहता है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ