अजमेर (अजमेर मुस्कान)। उर्स मेला के दौरान जायरीन अपनी चादरें दरगाह में चढ़ाने के लिए देहली गेट तक ढ़ोल-ताशे के साथ ले जा सकते है। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट श्री नरेन्द्र कुमार मीणा ने बताया कि उर्स मेले में आने वाले जायरीन द्वारा दरगाह पर चढ़ाई जाने वाली चादरें जुलूस के साथ, ढ़ोल-ताशे एवं बैण्ड बाजे से शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए दरगाह शरीफ के मुख्य द्वार तक ले जाई जाती है। इसके कारण उर्स में आने वाले जायरीन को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। साथ ही रास्ता भी जाम हो जाता है। अतः जायरीन द्वारा चढ़ाई जाने वाली चादरें देहलीगेट के पश्चात दरगाह तक जुलूस एवं ढ़ोल-ताशे के साथ नहीं ले जाई जाएगी।

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