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अजमेर : ख्वाजा साहब का 814वां सालाना उर्स, छड़ियों के साथ कलंदर मलंग पहुंचे ख्वाजा के दर

अजमेर : ख्वाजा साहब का 814वां सालाना उर्स, छड़ियों के साथ कलंदर मलंग पहुंचे ख्वाजा के दर

अजमेर : ख्वाजा साहब का 814वां सालाना उर्स, छड़ियों के साथ कलंदर मलंग पहुंचे ख्वाजा के दर

अजमेर (अजमेर मुस्कान)। सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के दीवाने हजारों कलंदर रविवार को अजमेर पहुंचे। ख्वाजा गरीब नवाज के चिल्ले से कलंदरों का झंडा जुलूस रवाना हुआ। हाथों में छड़ी (झंडा) लेकर कलंदर गंज, देहली गेट और दरगाह बाजार होते हुए निजाम गेट से दरगाह में दाखिल हुए, उन्होंने ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में छड़ी पेश की।

ख्वाजा गरीब नवाज का 814वां उर्स सोमवार 22 दिसम्बर से शुरू होने वाला है और देश-विदेश से हजारों जायरीन और कलंदर अजमेर दरगाह में हाजिरी लगाने आ रहे हैं। देशभर से कलंदर दिल्ली के महरौली स्थित हजरत बख्तियार काकी की दरगाह पर एकत्र होते हैं, जहां से वे दिल्ली और पानीपत होते हुए अजमेर पहुंचते हैं। रविवार को छड़ी के जुलूस के लिए हजारों कलंदर अजमेर पहुंचे। ख्वाजा गरीब नवाज के चिल्ले से जुलूस रवाना हुआ और ढोल-ताशे के साथ गाते-बजाते और नारे लगाते हुए कलंदर आगे बढ़ते हुए गंज पहुंचे, जहां स्थानीय लोगों ने उनका स्वागत किया. छड़ी को थामे कलंदरों की उत्सुकता और भी बढ़ गई थी, क्योंकि प्रत्येक कलंदर की ख्वाहिश थी कि वह इस परंपरा को निभाते हुए ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में छड़ी पेश कर सके. देहली गेट, धान मंडी, दरगाह बाजार और निजाम गेट होते हुए छड़ी का जुलूस दरगाह पहुंचा, जहां परंपरा का पालन करते हुए छड़ी पेश की गई।

हैरत-अंगेज करतब दिखाते कलंदर छड़ी के जुलूस में शामिल कलंदरों ने मार्ग में कई हैरत-अंगेज करतब दिखाए, जिन्हें देख लोग हैरान रह गए. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग जुलूस देखने के लिए पहुंचे।

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