गुरु पूर्णिमा आत्मचिंतन, आत्मसाक्षात्कार और गुरु के प्रति समर्पण का पर्व है : महंत हनुमानराम
अजमेर (अजमेर मुस्कान)। श्री शान्तानन्द उदासीन आश्रम, अजमेर रोड चुंगी चौकी के पीछे, पुष्कर में आज गुरु पूर्णिमा महोत्सव अत्यंत श्रद्धा, भक्ति एवं उत्साह के साथ सम्पन्न हुआ।
महंत राममुनी ने कहा कि यह पर्व हमें याद दिलाता है कि जीवन में आध्यात्मिक मार्गदर्शन कितना आवश्यक है। हमें अपने आचरण से गुरु की शिक्षाओं को जीवन में उतारना चाहिए।
महंत हनुमानराम ने प्रवचनों में गुरु पूर्णिमा आत्मचिंतन, आत्मसाक्षात्कार और गुरु के प्रति समर्पण का पर्व है। गुरु ही वह दीपक है जो अज्ञान रूपी अंधकार को मिटाकर हमें सत्य की ओर ले जाता है।
सचिव कंवल प्रकाश किशनानी ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ शिवरूद्ध अभिषेक आश्रम परिसर में हवन एवं यज्ञ के आयोजन से हुआ। श्री शान्तानन्द जी महाराज एवं स्वामी हिरदाराम साहिब की चरण पादुका तथा समाधि का विधिवत पूजन किया गया।
मुख्यमंत्री का संदेश कैबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत द्वारा किया भेंट
गुरू पूर्णिका के पावन अवसर पर आश्रम के महंत हनुमाराम का मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर केबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत द्वारा मुख्यमंत्री का संदेश और सम्मान के रूप में शॉल, नगदी और ड्राईफ्रट देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर सभापति कमल पाठक, पुष्कर भाटी, अरूण वैष्णव एवं पदाधिकारियों की मौजुदगी रहे।
मुख्यमंत्री का संदेश
प्रेषित पूज्य गुरूवर, गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर मैं आपको सादर वंदन करता हूं। गुरु के रूप में आप केवल ज्ञान के स्रोत ही नहीं, अपितु जीवन को दिशा देने वाले पथप्रदर्शक हैं। आप समाज में आध्यात्मिक चेतना, संस्कार, सेवा और सद्भावना के संवाहक हैं। आप अपनी कृपा दृष्टि और आशीर्वाद बनाए रखें, ताकि हम सब मिलकर एक समृद्ध, सशक्त और शिक्षित राजस्थान का निर्माण कर सकें। आपको एक बार पुनः कोटिशः नमन।
देशभर से पधारे सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। पूरे दिन श्रद्धालुजन आश्रम में सत्संग, भजन, कीर्तन एवं गुरु चरणों में वंदन करते रहे। देश के विभिन्न भागों से आए भक्तों व अनुयायियों के लिए भंडारे की भी व्यवस्था की गई थी।
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