लोकतंत्र का पावन स्थल विधानसभा अब राष्ट्र प्रेरणा का तीर्थ
विधानसभा में कारगिल वीरांगनाओं का सम्मान
कारगिल शौर्य वाटिका में वीरांगनाओं ने शहीदों की याद में लगाये पौधे
अजमेर (अजमेर मुस्कान)। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि लोकतंत्र का पावन स्थल राजस्थान विधान सभा अब वीर शहीदों की शहादत की स्मृति में राष्ट्र प्रेरणा का तीर्थ भी बन गया है। अब यहां से वीरता की गूंज भी निकलेगी। देवनानी ने कहा कि जय हिन्द हमारे लिए गर्व का घोष है। राष्ट्र की रक्षा में अपने परिजनों को समर्पित करने वाली वीरांगनाएं समाज के लिए हाडी रानी है। इनके ऋण को तो हम चुका नहीं सकते लेकिन उनकी स्मृति को बनाये रखने और वीरांगनाओं का सम्मान करने का दायित्व हम सभी को मिलकर निभाना है।
कारगिल शौर्य वाटिका में देवनानी ने वीरांगनाओं के साथ सिंदूर का पौधा लगाया
देवनानी गुरूवार को राजस्थान विधान सभा में कारगिल विजय दिवस (26 जुलाई) की 26वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर श्री देवनानी ने 21 वीरांगनाओं का शॉल ओढाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया। श्री देवनानी ने इस अवसर पर शहीदों की शहादत की अमिट स्मृति के लिए विधानसभा परिसर में बनाई गई कारगिल शौर्य वाटिका का पट्टिका अनावरण कर उद्घाटन किया। श्री देवनानी ने कारगिल शौर्य वाटिका में वीरांगनाओं के साथ सिंदूर का पौधा रोंपा। विधान सभा में हरियाली अमावस्या पर आयोजित इस राष्ट्र भक्ति समारोह के तहत राज्य सरकार के मंत्रीगण, विधायकगण ने भी वीरांगनाओं के साथ वाटिका में सिंदूर, एरिका पाम, सांग ऑफ इण्डिया, किसना फाइकस और क्रोटोन प्रजाति के एक हजार एक सौ पौधे लगाये।
वीरांगनाएं हमारे लिए हाडी रानी
देवनानी ने कहा कि विधानसभा परिसर में निर्मित यह वाटिका प्रत्येक जनप्रतिनिधि को किसी क़ानून पर हस्ताक्षर करते समय याद दिलाएगी कि वीर शहीदों के कारण ही राष्ट्र और संविधान की रक्षा संभव है। सीमाओं पर लडा गया कारगिल युद्ध आत्म बल, राष्ट्रभक्ति और त्याग का अद्वितीय उदाहरण है। उन्होंने कहा कि राजस्थान वीरों की भूमि है। यहां के कण-कण में शौर्य गूंजता है। हम हाड़ी रानी के वंशज है जिन्होंने अपने वीर पति को युद्ध भूमि में अपना कटा शीश भेज दिया था। समस्त वीरांगनायें हमारे लिये हाड़ी रानी ही है।
वीरांगनाओं का सम्मान प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व
सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि राजस्थान विधान सभा में कारगिल शौर्य वाटिका का निर्माण और वीरांगनाओं का सम्मान के लिए विधान सभा अध्यक्ष श्री देवनानी की सोच सम्मानीय है। उन्होंने कहा कि वीरांगनाओं के सम्मान की जिम्मेदारी हम सभी की है। विशेषकर जिस गांव में वीरांगना निवास कर रही है, वहां के लोगों की जिम्मेदारी अधिक हो जाती है। श्री राठौड़ ने कहा कि कारगिल अनोखा युद्ध था। इस युद्ध में भारतीय सेना का विपरित परिस्थितियों में विजयी होना अभूतपूर्व है।
शौर्य वाटिका का निर्माण अभूतपूर्व पहल
वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि राजस्थान विधान सभा में शौर्य वाटिका का निर्माण अभूतपूर्व पहल है। यह वाटिका प्रकृति संरक्षण में योगदान के साथ-साथ शहीदों की स्मृति का पावन स्थल भी बन गई है। उन्होंने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि सैनिकों के कारण ही राष्ट्र विदेशी ताकतों से सुरक्षित रह पाता है। राजस्थान सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर ने कहा कि वीरांगनाओं का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि जहां भी शहीदों की मूर्ति लगी हुई है, वहां से जब भी हम निकले तो शहीद के सम्मान में अपना शीश जरूर झुकाएं।
सम्मानित होने वाली वीरांगनाए
राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कारगिल विजय दिवस के गौरवमयी अवसर पर इस समारोह में ऑपरेशन विजय (कारगिल युद्ध 1999) में प्रोणोत्सर्ग करने वाले शूरवीरों (बैटल कैजुएलिटी- फेटल) की 21 वीरांगनाओं का शॉल ओढाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया। इस मौके पर श्रीमती सुमित्रा देवी पत्नी ग्रेनेडियर राजकुमार चूरू, सुभिता देवी पत्नी सिपाही विनोद कुमार नागा सीकर, मुनेश देवी पत्नी सिपाही रणवीर सिंह झुंझुनू, श्रीमती सरिता देवी पत्नी सिपाही विजयपाल सिंह झुंझुनू, विमला देवी पत्नी लान्स नायक दयाचन्द जाखड सीकर, सुमित्रा देवी पत्नी लान्स हवलदार महेन्द्र सिंह चूरू, सुनिता देवी पत्नी ग्रेनेडियर सीताराम कुमावत सीकर, कमला कंवर पत्नी सूबेदार सुमेर सिंह राठौड चूरू, विजेश देवी पत्नी लान्स नायक भगवान सिंह, संतोष कंवर पत्नी एफ नायक आनन्द सिंह जयपुर, कृष्णा कंवर पत्नी वाई राइफल मैन विक्रम सिंह कोटपूतली बहरोड, रेणु देवी पत्नी गनर राजकुमार झुंझुनू, दुर्गा देवी पत्नी लान्स नायक दशरथ कुमार यादव झुंझुनू, मुन्नी देवी पत्नी हवलदार मनीराम झुंझुनू, विमला देवी पत्नी सिपाही शीशराम चूरू, मनोज देवी पत्नी सिपाही नरेश कुमार झुंझुनू, भंवरी देवी पत्नी सिपाही श्योदानाराम सीकर, सावित्री देवी पत्नी नायक रामस्वरूप सिंह झुंझुनू, तस्वीर देवी पत्नी लान्स नायक बस्तीराम झुंझुनू, शर्मिला देवी पत्नी सिपाही सुरेश सिंह झुंझुनू का सम्मान किया गया।
समारोह में विधायकगण, विधान सभा के प्रमुख सचिव भारत भूषण शर्मा, विशिष्ट सहायक के.के. शर्मा सहित राजस्थान विधान सभा, सैनिक कल्याण विभाग और वन एवं पर्यावरण विभाग के अधिकारीगण मौजूद थे।
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